DIABITIES TREATMENT:
सदाबहार एक छोटा दिखनेवाला पर औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। जो लबभग हर घर में पाया जाता है ,या रास्तो पर कही भी मिल जाता है।क्या आपने सोचा है इस पौधे को सदाबहार क्यों कहते है ?इसे सदाबाहर इसलिए कहते है क्युकी इसे हर सीजन में फूल आते है। ये पौधा १२ महीने भी ख़राब नहीं होता। इसके फूलो के फायदों के बारे में तो काफी लोग जानते है, पर इसके पत्तो के भी अपने फायदे है। तो फिर चलिए आज हम बताते है इसके गुणों के बारे में ,जो हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
आयुर्वेद में सदाबहार को संजीवनी बूटी कहा है ,क्युकी इसके अनेको लाभ है।इसका इस्तेमाल कई बिमारिओ में किया जाता है।आजकल हर कोई बीमारी के दौर से गुजर रहा है जिसमे बीपी ,थाइरोइड ,डायबिटीज शामिल है। तो हम आज बात करते है डायबिटीज की।आज के समय में डायबिटीज जैसी समस्या आम हो गयी है।हर १० में से ५ लोग डायबिटीज से ग्रसित है,या और भी कई बीमारियो के शिकार है।इसकी वजह हमारी ख़राब जीवनशैली और गलत खानपान है।
डायबिटीज एक अस्थायी रूप से उच्च रक्त शर्करा स्तर की स्थिति है जो शरीर के इंसुलिन नामक हार्मोन की कमी से होती है। या शरीर में इंसुलिन का सही उपयोग नहीं हो पाता इससे होती है ।
जिसे सुधारके हमइस समस्या को नियंत्रण में ला सकते है।
डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है जिसे जड़ से तो नहीं पर खानपान में सुधार करके कण्ट्रोल किया जा सकता है।मधुमेह से पीड़ित लोगों को हृदयाघात, स्ट्रोक और गुर्दे की विफलता जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का अधिक खतरा होता है।इसलिए दवाईयों का नियमित सेवन जरुरी है।कुछ नियमो का पालन करके इस घातकबीमारी से बचा जा सकता है।
डायबिटीज के लक्षण :
हमे अगर जानना है की हमे डायबिटीज है या नहीं तो ऐसे जान सकते है इसके कुछ लक्षण दिखाए देते है जिससे शुगर का पता लगाया जा सकता है।
बार बार पेशाब लगना :
डायबिटिक्स के लोग अक्सर बार-बार पेशाब जाते हैं। यह भी इसलिए होता है क्योंकि उनके शरीर में ग्लूकोज का स्तर अधिक होता है और यह गुर्दे के माध्यम से बाहर निकलता है।
बहुत प्यास लगना:
डायबिटीज रोगियों को अक्सर बहुत ज्यादा प्यास लगती है। यह इसलिए होता है क्योंकि उनके शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है और शरीर को और अधिक पानी की आवश्यकता होती है।
वजन कम होना :
इसमें रोगियों का वजन कम होने लगता है। कितना भी खाली इसका शरीर पर कोई असर नहीं पड़ता। यह उनके शरीर में ग्लूकोज के अधिक उपयोग का परिणाम होता है।
बार बार भूख लगना :
इन रोगियों को बार बार भूख लगने की समस्या होती है। इन्हे भूख और प्यास दोनों ज्यादा लगता है।
सदाबहार के फायदे :
डायबिटीज के लिए:
सदाबहार के पत्ते डायबिटीज रोगियों के लिए रामबाण इलाज है। सदाबाहर के पत्तों, छाल और फूलों में कई ऐसे तत्व होते हैं, जिनका इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए क्युकी डायबिटीज के मरीज अगर सदाबहार के पत्ते का रस पीते हैं और पत्तियों को चबाकर खाते है तो उन्हें काफी लाभ मिलेगा और इससे शुगर लेवल कंट्रोल में भी रहेगी।
सदाबहार की पत्तियों में मौजूद एल्कलॉइड बॉडी में इंसुलिन का निर्माण तेजी से करता है।इसकी पत्तियों में पाया जानेवाला एल्कलॉइड नामक तत्व शरीर में इंसुलिन के निर्माण के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सदाबहार के फूल और पत्ते दोनों डायबिटीज के लिए फायदेमंद है। सदाबहार के फूल में मौजूद विंकामाइन के कारण डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। यह विंकामाइन रक्त शुगर को संतुलित रखने में सहायक हो सकता है,जो शरीर में ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रखता है।
ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद :
सदाबहार की जड़ ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती है।इस पौधे की जड़ों में अज्मलसिने नाम की एल्कलॉइड पाया जाती है, जो बीपी के मरीजों के लिए लाभकारी होती है। सदाबहार के पत्तियों में मौजूद गुण बीपी कण्ट्रोल करने में मदत करते है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर सदाबहार की पत्तियों का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है।इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C,रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करता है। इसलिए इस पौधे की जड़ ही नहीं तो फूल और पत्ते भी कई बिमारिओ में काम आते है।
त्वचा के लिए :
सदाबहार के पौधे को ही एवरग्रीन कहा जाता है , जो हमे इन्फेक्शन से बचाये रखता है।इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लेमट्री गुण, और विटामिन सी जैसे गुण पाए जाते है। जिससे स्किन से जुड़ी परेशानियों से निजात पा सकते है। यह पौधा स्किन से जुडी समस्याओ में बहुत लाभ पहुंचाता है ,इसके पत्तो का रस निकालकर कील मुंहासे वाली जगह पर लगाने से इस समस्या से छुटकारा मिलता है। सदाबहार की पत्तिया हमे स्किन पर होनेवाली खुजली या इन्फेक्शन होने से बचा सकती है। इसके पत्तियों का लेप लगाने से कील, मुहांसे और झुर्रियों आदि समस्या दूर हो सकती है।
गले में होनेवाले संक्रमण से बचाये :
अगर आप गले में होनेवाली किसी समस्या से झुज रहे है तो सदाबहार आपके लिए बेहतर विकल्प है। अगर गले की किसी भी तरह की परेशानी और संक्रमण से होने वाली बीमारियों के साथ-साथ इंफेक्शन जैसी समस्याओं के लिए सदाबहार की पत्तियों का रस या काढ़ा पीना चाहिए।सदाबहार के पत्तियों में मौजूद एलकालॉइड्स, एजमेलीसीन, सरपेन्टीन नामक तत्व शरीर में मौजूद संक्रमण को दूर करने में बहुत उपयोगी माने जाते हैं।
सदाबहार के फूलों के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो अस्थमा, खांसी, ब्रोंकाइटिस और सर्दी के लक्षणों के लिए बेहतरीन ट्रीटमेंट प्रदान करते हैं।और बलगम जैसी समस्याओ से छुटकारा दिलाते है।इस पौधे के पत्तियों का रस कई बिमारिओ का इलाज करने में काम आता है।
इन पत्तो का ऐसे करे इस्तेमाल :
सदाबहार के पत्तो का सेवन रोजाना सुबह खाली पेट करे।इसके ताजे पत्तों को चबाकर अपने दिन की शुरुआत करें। इसके पत्तों को पानी में उबालकर छान कर पिया जा सकता है। इसी तरह इसके पत्ते और फूल के रस का सेवन भी क्र सकते है।इसका पाउडर भी बाजारों में आसानी से मिल जाता है। सदाबहार के सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।