DIABITIES TREATMENT :
अक्सर गलत खानपान से कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। आज यही वजह है की हमे इतनी बिमारिओ से झूझना पड रहा है,जिसका असर हमारी सेहत पर भी दिखने लगा है। आज के समय में डायबिटीज जैसी समस्या आम हो गयी है। हर १० लोगो में ७ मरीज डायबिटीज से ग्रसित होते ही है। पर क्या हमने कभी सोचा है,ये बीमारी कैसे होती है और ये कितनी गंभीर हो सकती है अगर हम ध्यान न दे तो।चलो बात करते है हम इसे कैसे नियंत्रण में ला सकते है इसके बारे में।
डायबिटीज लाखो लोगो के सेहत को प्रभावित करनेवाली बीमारी है। जिसे हेअल्थी लाइफस्टाइल और अच्छे डाइट के जरिये कंट्रोल किया जा सकता है।डायबिटीज से पूरी तरह से निजात नहीं पाया जा सकता है लेकिन अपनी जीवनशैली में सुधार कर शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। इन पत्तों के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिल सकती है।
DIABITIES TREATMENT THROUGH LEAVES :
आक के पत्ते ;
आक के पत्ते डायबिटीज मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।आक को ही मदार के नाम से जाना जाता है। इसके इस्तेमाल तो हम भी बोहत कम जानते है। पर आयुर्वेद में इसके काफी सारे लाभ है।आयुर्वेद में इन पौधों का इस्तेमाल करके हम कई बिमारिओ का इलाज कर सकते है।आक का पौधा जहरीला होता है इसलिए इसका इस्तेमाल करते वक़्त सावधानी बरते।
इसके फूल और पत्ते दोनों ही काम आते है। मदार के फूल हनुमानजी के साथ साथ शिवजी को भी चढ़ाये जाते है। इनके पत्तो का हार भी बनता है। मदार के पौधे में एंटीऑक्सीडेंड और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है जिससे शुगर लेवल कण्ट्रोल किया जा सकता है।
मदार के पत्तो से डायबिटीज में लाभ पाने के लिए आपको पत्तो को अच्छी तरह साफ करना है फिर रातमे उसे पैरो के तलवो में बांध कर या मोज़े पहनकर सो जाना है ,सुबह उठते ही मोज़े निकाल ले।आप देखेंगे की शुगर लेवल कम हो गयी है। ऐसा हफ्ते में २ से ३ बार करने पर देखेंगे की शुगर लेवल नियंत्रण में आ गयी है।
करी पत्ते :
करी पत्ते आसानी से मिलनेवाले पत्तो में से है।इसे भारतीय व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। करी पत्ते फाइबर का उच्च स्त्रोत होते है जिससे शुगर कम करने में मदत मिलती है। करी पत्ते के अनेको लाभ है। इसका फायदा पाने के लिए ४ ५ करी पत्तो को सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए जिससे सेहत के लिए कई लाभ मिलते है।करी पत्ते का पानी पिने के भी ढेरो फायदे है।जिससे हम शुगर लेवल आसानी से कम कर सकते हो। करी पत्ते में हायपरग्लायसेमिक गुण पाए जाते है जो ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है।
करी पत्ते में फ्लेवोनोइड्स होते है जो शरीर के अंदर ग्लूकोज़ में स्टार्च के मेटाबोलिज़्म को रोकते हैं और इस प्रकार ब्लड शुगर कंट्रोल में मदद करते हैं।करी पत्ते इंसुलिन गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं, जो हाई ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण है।
अमरुद के पत्ते :
ऐसे कई पौधे होते है जो हमारे आसपास होते है पर हम उनके गुणों के बारे में नहीं जानते। तो ऐसे ही एक अमरुद का पेड़ है। जिसे हम बस अमरुद के फायदे जानते है। आज पत्तो के भी फायदे जान लेंगे।पत्तो में पौटेशियम, विटामिन, और एंटी-ऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा पायी जाती है,जिससे ये पोषक गुणों स भरपूर होते है। अमरुद के पत्तो का प्रयोग हम कच्चा चबाकर खाने के लिए कर सकते है या आप इसे पानी में उबालकर भी चाय की तरह पी सकते है जिससे कई हद तक ब्लड शुगर कम होने में मदत मिलती है। डायबिटीज में इंसुलिन लेवल को कंट्रोल करने में पत्ते मदत करते है।
अमरूद के पत्तों में फ्लेवोनोइड्स, टैनिन और पॉलीफेनोल्स जैसे तत्व होते हैं जो एंटी डायबिटीज गुणों से भरपूर होते हैं। जिससे शुगर लेवल कम होने में आसानी होती है।
नीम के पत्ते :
हम सब नीम के कितने फायदे है इसके बारे में जानते है। इसके सेवन से कई बिमारिओ से बचा जा सकते है।नीम के पत्ते भले ही कड़वे हों लेकिन सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। नीम के पत्तों का नियमित सेवन आपके ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है।सुबह खाली पेट १ से २ पत्ते चबाने के कई लाभ है। आयुर्वेद में ये इसके औषधीय गुणों के कारन काफी फायदेमंद जिससे कई बिमारिओ का इलाज किया गया है।
नीम के पत्तो का रोजाना सेवन करने से ब्लड शुगर अचानक से बढ़ने की संभावना भी कम होती है। इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते है जिससे डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। सिर्फ इसकी २ पत्तिया खाने से हम काफी बिमारिओ से राहत पा सकते है।
अगर आप नीम के पानी का अर्क पी सकते है तो इससे अच्छा लाभ मिल सकता है। इसके लिए आप पानी में नीम की पत्तिया डाले और उसे अच्छा हरा रंग आने तक पकने दे। फिर इसे ठंडा करके छान ले और इस पानी का दिनमे २ से ३ बार सेवन करे।
आम के पत्ते :
क्या आपने कभी सोचा है हर जगह काम आनेवाले आम के पत्ते डायबिटीज से भी बचा सकते है।आम के पत्तो में विटामिन सी, पेक्टिन और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। आम के पत्तों में इंसुलिन उत्पादन और ग्लूकोज के डिस्ट्रीब्यूशन में सुधार करने की क्षमता होती है।आम के पत्तो में मौजूद मैंगिफेरिन नामक एक्सट्रेक्ट ब्लड ग्लूकोज लेवल्स कम करने में मदद करता है। डायबिटीज़ और इससे जुड़ी समस्याओ को मेनेज करने में आम के पत्ते का अर्क उपयोगी हो सकता है।
आम के पत्तो से अच्छा लाभ पाना चाहते है तो ,आम के पत्तो की चाय बनाकर पिए या फिर काढ़ा। इसे बनाने के लिए आपको २०० मिली पानी में आम के कोमल पत्ते उबाल ले फिर इसे छनकर छोड़ दे और इसका सेवन सुबह सुबह करे। इससे सेहत को काफी लाभ मिलेंगे।
मेथी के पत्ते :
मेथी की सब्जी लोगो में पसंद की जानेवाली एक सब्जी है। जिसे लोग खूब खाना पसंद करते है। ये बोहत चीजों का स्वाद बढाती है,जैसे सब्जी ,कढ़ी ,पराठे आदि। मेथी के पत्ते आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होते हैं, इसलिए स्वास्थ्य के लिए इनका सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। पर मेथीदाना के ज्यादा लाभ होते है। मेथीदाने का सेवा मधुमेह रोगियों के लिए वरदान है।इसमें म्यूसिलेजिनस फाइबर, अमीनो एसिड, सैपोनिन और अल्कलॉइड सहित कई प्रकार के लाभकारी पोषक तत्व होते हैं।अगर आप मेथीदाना कहते है तो काफी हद तक शुगर लेवल कम करने में मदत मिल सकती है।
मेथीदाने का सेवन करने के लिए आप एक कटोरी में रातमे मेथीदाना भिगो दे फिर सुबह इसके कच्चा चबाकर खले और वो पानी पी ले। या तो आप इसे अंकुर आने के बाद सब्जी बनाकर खा सकते हो।
इसमें हाइड्रॉक्सील्यूसिन नामक एक एमिनोएल्केनोइक एसिड भी होता है जिसमें एंटीडायबिटिक गुण होते है जो हमे डायबिटीज से बचाने में मदत कर सकते है।
जामुन के पत्ते :
जामुन के फायदे तो सब जानते है ,पर क्या कभी इसके पत्तो के बारे में सोचा है।जामुन के बीजो का चूर्ण डायबिटीज में काफी लाभकारी होता है ये सब जानते ही है। पर पत्ते भी किसी से कम नहीं है।जामुन के पत्ते खली पेट कच्चे चबाकर उसका अर्क पि ले और पत्तो को फेक दे। इसके कुछ ही दिनों में असर दिखने लगेगा। साथ ही जामुन के पत्तों में, एंटीहाइपरलिपिडेमिक, एंटीहाइपरग्लाइसेमिक और एंटीऑक्सिडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं। जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल होता है।इस तरह से जामुन के पत्ते के सेवन से शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।
मोरिंगा के पत्ते :
मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए मोरिंगा की पत्तिया भी काफी असरदार मानी गयी है।मोरिंगा के पत्तो में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड शुगर को बेहतर तरीके से काम करने में मदत करता है। आप मोरिंगा का चूर्ण या जूस भी बनाकर पी सकते हो। इस तरह हर पत्तियों के अपने अलग अलग गुण है जिसके इस्तेमाल से शुगर लेवल को कम किया जा सकता है।