VITAMIN B12 DEFICIENCY :विटामिन बी१२ की कमी से होने लगी है ये समस्याएं ,तो आहार में शामिल करदे ये फ़ूड !

VITAMIN B12 DEFICIENCY :

विटामिन बी१२ हमारे शरीर में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर हमे कैसे पता लगेगा की हमारे शरीर में विटामिन बी१२ की कमी होने लगी है ?तो हम आपकी इस समस्या को हल कर देते है,की विटामिन बी १२ की कमी से हमे किन समस्याओ का सामना करना पड सकता है।अगर आप थकान, बहुत कमजोरी होना ,मतली, उल्टी या दस्त का अनुभव होना, हमेशा की तरह भूख न लगना ,सुन्नपन जैसी समस्याओ का सामना कर रहे है तो आपके शरीर में विटामिन बी १२ की कमी हो गयी है। जिससे आपको और भी बिमारिओ का सामना करना पड़ सकता है ,तो आईये जानते है इसके कारन ,लक्षण और इलाज !

विटामिन बी१२ हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक है।यह विटामिन शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने और नर्वस सिस्टम को चलाने का काम करता है। विटामिन बी12 उन आवश्यक विटामिनों में से एक है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र सहित शरीर में विभिन्न प्रणालियों को प्रभावित करते हैं।विटामिन बी १२ की कमी तब होती है जब आप आहार में विटामिन बी १२ से भरा आहार नहीं लेते।

किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में विटामिन बी12 की कमी हो सकती है।साधारणता ६० वर्ष से ऊपर के आयु के लोगो में विटामिन बी१२ की कमी देखि जा सकती है। गर्भावस्था, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। इसलिए गर्भकाल के दौरान विटामिन बी १२ से लेकर सभी टेस्ट कराई जाती है। ताकि उन्हें कोई नयी समस्या का सामना न करना पड़े।विटामिन बी१२ हमारे शरीर के डीएनए बनाने में मदत करता है। हर इंसान को प्रतिदिन 2.4 माइक्रोग्राम विटामिन बी 12 लेना जरुरी है।

विटामिन बी१२ के कमी के कारन :

  • विटामिन बी१२ हमारे शरीर का महत्वपूर्ण घटक है जिसका समावेश आहार में जरुरी है। अगर हम विटामिन बी१२ से भरपूर आहार नहीं लेते तो काफी परेशानी हो सकती है।
  • विटामिन बी १२ की कमी तब होती है जब आप आहार में विटामिन बी १२ से भरा आहार नहीं लेते। जिससे कई समस्याओ का सामना करना पड़ता है।
  • गलत खानपान ,आहार में पोषण तत्वों की कमी ,ख़राब जीवनशैली ,पर्याप्त नींद न लेना ,स्ट्रेस ये भी एक कारन हो सकते है हमारे शरीर में विटामिन की कमी का।

विटामिन बी १२ की कमी से होनेवाली समस्याएं :

  • विटामिन बी१२ की कमी से हमे इन समस्याओ का सामना कर पड सकता है।
  • विटामिन बी१२ की कमी से अवसाद, भ्रम, स्मृति हानि, असंयम, स्वाद और गंध की हानि और सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो जाना आम समस्या है।
  • विटामिन बी१२ की कमी के कारन एनीमिया होने लगता है, जिससे पीलापन, कमज़ोरी, थकान और, अगर गंभीर हो, तो सांस की तकलीफ और चक्कर आने जैसी समस्याएं आम होती हैं।विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोगो में एनीमिया भी एक है जिसमे इस स्थिति में, आपके शरीर में विटामिन बी की कमी के कारण पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। यह मेगालोब्लास्टिक एनीमिया के कई प्रकारों में से एक है। पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं के बिना, आपके ऊतकों और अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।
  • विटामिन B12 की गहरी कमी नसों को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे हाथों और पैरों में झुनझुनी होना या संवेदना महसूस न होना, मांसपेशियों में कमज़ोरी, जागरूकता कम होना, चलने में कठिनाई, भ्रम और मनोभ्रंश जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • इसकी कमी से हाथों में सुन्नता, पिन या सुई चुभने की अनुभूति, चलने में परेशानी होने लगी, जोड़ों में गंभीर दर्द, शरीर का रंग पीला पड़ने लगा और धीरे-धीरे सांस फूलना जैसे कई गंभीर दुष्प्रभाव सामने आ सकते हैं।
  • विटामिन बी12 की कमी से शारीरिक, तंत्रिका संबंधी और मनोवैज्ञानिक लक्षण हो सकते हैं। इसका इलाज विटामिन बी12 की दवाओं से किया जा सकता है।
  • विटामिन बी12 की कमी के कारण बेहोशी, चक्कर आना, ऐंठन, हाइपोटोनिया, विकासात्मक मंदता, कंपन, गतिभंग, झुनझुनी सनसनी और पेरेस्टेसिया, दृष्टि का धुंधलापन, थकान और एकाग्रता में कठिनाई जैसी समस्याएं होती है।
  • इससे होनेवाली कमी से हड्डिया भी कमजोर होने लगती है,जो शरीर का आधारस्तम्भ है।

विटामिन बी१२ का इलाज :

आप अगर विटामिन बी१२ की कमी से होनेवाली समस्याओ से बचना चाहते है तो आपको विटामिन बी१२ से भरपूर आहार लेना पड़ेगा।
विटामिन की कमी के लिए विटामिन बी१२ की सप्लीमेंट भी ले सकते हो। दवाओं से भी विटामिन की कमी को दूर किया जा सकता है।

आहार में शामिल करे ये चीजे :

  • शाकाहारी आहार की तुलना में मांसाहारी आहार में विटामिन बी12 प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए शाकाहारी भोजन लेनेवाले लोगो में विटामिन बी १२ की कमी देखि जाती है।
  • डेरी प्रोडक्ट :दूध ,दही में भी विटामिन बी१२ की अच्छी मात्रा होती है।दूध से बननेवाली चीजे जैसे पनीर विटामिन बी१२ का अच्छा स्त्रोत है।
  • अंडे में भी भरपूर मात्रा में विटामिन बी१२ पाया जाता है ,इसलिए अंडे को विटामिन बी१२ उत्तम स्त्रोत माना गया है।
  • विटामिन बी12 केवल मांस,चिकन और डेयरी जैसे पशु उत्पादों में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है।
  • सोयाबीन- विटामिन बी-12 सोयाबीन में प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन बी-12 के लिए आप सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन का ऑयल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सैल्मन, टूना और मैकेरल जैसी वसायुक्त मछलियाँ विटामिन बी12 के उत्कृष्ट स्रोत हैं।
  • ब्रेड ,बादाम जैसे डॉयफ्रुइट्स ,मशरूम में भी काफी हद तक विटामिन बी१२ पाया जाता है।
  • ब्रोकली- विटामिन बी-12 के लिए आप खाने में ब्रोकली भी शामिल कर सकते हैं। ब्रोकली में विटामिन बी-9 यानि फोलेट भी अच्छी मात्रा में होता है।
  • पालक, चुकंदर, बटरनट स्क्वैश, मशरूम और आलू जैसी सब्जियों में विटामिन बी12 की अच्छी मात्रा होती है।
  • संतरे में विटामिन बी१२ के साथ बीटा-कैरोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम होता है, जो शरीर के लिए बहुत ही जरूरी पोषक तत्व होते हैं।
  • ओट्स विटामिन बी-12 का अच्छा सोर्स है,ओट्स खाने से हेल्थ भी अच्छी रहती है,इसलिए ओअट्स खाने के कई फायदे है।
  • सेब में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, फ्लेवोनोइड्स और फाइबर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते है। इसमें विटामिन बी12 की मात्रा भी अधिक होती है।

विटामिन बी१२ की कमी को दूर करने के लिए पोषक आहार बेहद जरुरी है ,अनयथा हमे काफी मुश्किलें उठानी पड़ सकती है। इसलिए विटामिन बी१२ से भरपूर आहार ले और खुद को इन बिमारिओ से दूर और स्वस्थ रखे।आप विटामिन बी१२ की कमी को सप्लीमेंट लेकर भी पूरा कर सकते हो।